Kriya Sharira MCQ Set – 8
#1. वाग्भट के सिद्धान्त अनुसार श्रीखंड (मधुर) खाने में लेना चाहिए। (सु.सू.46/495)
#2. नाडी कि ‘काक’ गति का प्राधान्य दिखाती है।
#3. शीत + स्निग्ध ‘गुण से कफ का…..होता है।
#4. Atrial diastole is…….in sec.
#5. स्थिर शरीर इस देश लक्षण की विशेषता है।
#6. मधुरस’ इस भाव पदार्थ की विशेषता है।
#7. नकुल इस प्रकृति का अनुकत्व है।
#8. दिवास्वाप’ हेतु सेवन से उत्पन्न होता है।
#9. विसर्ग’ कर्म है ।
#10. Rothra’s test is done for detection of………inurine.
#11. वाणी को इस आचार्य ने स्वयंभू कहा है।
#12. Transport of the substance with the help of carrier protein is observed in
#13. इस दोषदु ष्टी में शुक्र मुत्रपुरीष गंधी होता है ।
#14. कफदोष प्रकारों का सर्वप्रथम सविस्तर वर्णन किया ।
#15. Blood group B is having antibody
#16. चक्षु एवं बुद्धि वैशेषिक यह आलोचक पित्त के प्रकार इस संहिता में वर्णित है।
#17. इस भावपदार्थों को देहसंभव हेतु कहते है।
#18. चैत्र मास में उत्पन्न बनस्पती में महाभूतः आधिक्य होता है। (वसंत ऋतु – चैत्र, वैशाख – कषाय रस )
#19. The cardiac centers are located in the
#20. Mixing waves originate from this part of stomach
#21. दोषच्यवणं इस ओज विकृति का लक्षण है।
#22. शब्दसहिष्णुता’ लक्षण है ।
#23. अवलंबक कफ का कर्म है।
#24. महापर्वत वृक्ष’ इस देश में अधिक होते है।
#25. Diabetes mallitus is due to
#26. शारंगधर नुसार मज्जाधातु का उपधातु है।
#27. Normal dead space air volume is
#28. शुक्रनाश परिणाम से इस विपाक का परीक्षण करते है।
#29. त्वक् प्रकाशन’……. ..का कर्म है।
#30. वाग्भटानुसार पित्त के 7 गुण एवं वात के 7 गुणों में से कितने ‘गुण समान है।
#31. . मनुष्य के मूत्र परिक्षा में भूतदोष का परिक्षण किया जाता है।
#32. देशांतर गति है।
#33. बहुमहापर्वत वृक्ष’ इस देश की विशेषता है। (सु.सू. 35/42)
#34. Secretion of thymus gland is called
#35. दृढवैरश्व’ इस प्रकृति का लक्षण हैं।
#36. Total number of chromosomes in somatic cell is
#37. वसा का अंजली प्रमाण है।
#38. सत्व आत्मा और शरीर के संयोग को पुरुष कहते है ।
#39. संधिविश्लेष’ ओज के इस अवस्था का लक्षण है।
#40. गर्भ का वर्धन विशेषतः इस महाभूत से होता है ।
#41. शोणित का सुवर्णवत वर्ण इस आचार्य ने बताया |
#42. Haemophilia B is due to deficiency of
#43. रक्तधातु में ‘गैरीकोदकप्रतिकांश’ गुणधर्म आता है।
#44. प्लीहावृद्धि इस पुरुष में पायी जाती है।
#45. Aldosterone is secreted by
#46. कफ दोष के पाच प्रकार का वर्णन सर्वप्रथम आचार्य ने किया है।
#47. मंदविकार’ लक्षण है।
#48. विशुध्द चक्र को कहते है ।
#49. . द्रव्य भेद से गुण प्रकार है । (च.. शा. 6 / 17 )
#50. Man is unable to digest
#51. इस अवस्था में हृदयपार्श्वपीडा होती है ।
#52. प्राणवायु का कर्म है।
#53. श्लेष्मरक्तमांसविकारप्रायै….. विकार |
#54. आश्रितवत्सल:’ इस प्रकृति का लक्षण है। (वाग्भट)
#55. सामान्यतः पित्त का प्राकृत रस है। (चरक)
#56. Succus entericus is screted by
#57. शस्त्र, क्षार एवं अग्नि कर्म से इस स्त्रोतोगत व्याधि की चिकित्सा करते है।
#58. विहरण’ इस कर्मेन्द्रिय का कार्य है। (सुश्रुत )
#59. प्रकृति तु स्वभाव’ इस आचार्य का अवदान है।
#60. श्लेष्म क्षय में इस रसात्मक द्रव्य देने चाहिए। (च.शा. 6 / 11 )
#61. आहाररस ग्रहणी से हृदय तक ले जाने का कार्य इसके द्वारा होता है। (शारंगधर)
#62. खादिन्यात्मा मनः कालो……… – द्रव्य संग्रह |
#63. कफ दोष का काल ।
#64. The physiological death of cells is called.
#65. त्रिदोष’ का समावेश इसमें होता है।
#66. In the following type of cell division, the number of chromosomes is halved.
#67. अग्निनाश’ लक्षण इस में पाया जाता है।
#68. Person having this blood group is known as universal blood donar
#69. शुक्रशोणित संयोग एवं गर्भोत्पत्ति काल में उत्पन्न दोष प्रकार को कहते है।
#70. विकृताऽविकृत देहं घ्नन्ति ते वर्तयन्ति च । (अ.हृ.सू. 1 /6) वर्णन इस संबंध में है।
#71. आयुर्वेद के अनुसार मूत्रोत्पत्ति इस अवयव में होती है।
#72. शारंगधर के अनुसार केश का समावेश इस धातु के उपधातु स्वरूप किया है।
#73. नियन्तां प्रणेता च मनसः कर्म है।
#74. गर्भाशय में सर्वप्रथम उत्पन्न होता है।
#75. अस्थी एवं संधि इस स्त्रोतस के मूल स्थान है।
#76. चरक के नुसार गर्भाशय में सर्वप्रथम उत्पन्न होता है।
#77. विदग्धू पित्त का रस है ।
#78. विरुद्ध आहार खोतोवह दुष्टी का हेतु है।
#79. रोपकूप इस धातु के मल का स्थान है ।
#80. Kidneys produce
#81. Normal neutrophil count is
#82. धमनीजालसन्ततः ‘ लक्षण है।
#83. स्पर्शवैगुण्य इसका लक्षण है।
#84. Resting membrane potential of the cardial muscle is
#85. A person with a high hemoglobin level is said to have
#86. इन्द्रियों के अर्थ को धारण करता है ।
#87. भावप्रकाश नुसार शुक्रधातु की उत्पत्ति होती है।
#88. शरीर में मांस के उपधातु का अंजली प्रमाण है।
#89. Which of the following clotting factors ins not vitamin K dependent?
#90. चक्रपाणिनुसार अधोआमाशय इसका स्थान है।
#91. सुश्रुतनुसार सभी अवस्थायें एक जैसी होने पर मांससार व मेदसार व्यक्ति में से इस की आयु प्रधान (जादा) होती है।
#92. Following are symptoms and signs of diabetes mellitus EXCEPT
#93. दन्तांश्च्याबचति (दंत गिर जाना) इस रस के अतिसेवन से निर्माण होनेवाला लक्षण है।
#94. काश्यपनुसार सात्विक, राजसिक एवं तामसिक काय के प्रकार क्रमश: है ।
#95. चव्य’ नाम वल्लीवत नाही है।
#96. Calcitonin is
#97. आचार्य भेल के अनुसार यह वायु शरीर में शोषण, मूत्रपुरीषादि क्रियाओं पर नियंत्रण रखने में श्रेष्ठ है। ( भेल सू. 16/22)
#98. सर्वगुणोत्पन्न इस प्रकृति का लक्षण है।
#99. Daily production of saliva is
#100. Organ of corti is found in
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