Ayurved Bulletin 02.12.2024 – Weekly Ayurveda News & Updates

नमस्कार,

आज के आयुर्वेद बुलेटिन में आपका स्वागत है। आज हम देश और आयुर्वेद क्षेत्र की नवीनतम घटनाओं, अनुसंधानों, वनस्पति ज्ञान, औषध ज्ञान और योग ज्ञान पर एक विस्तृत चर्चा करेंगे।


न्यूज़ इनसाइट्स

“देश का प्रकृति परीक्षण अभियान” का शुभारंभ

२६ नवंबर २०२४ को आयुष मंत्रालय द्वारा महामहिम राष्ट्रपति जी का प्रकृति परीक्षण करके “देश का प्रकृति परीक्षण अभियान” शुरू किया गया। यह अभियान एक महीने तक, २५ दिसंबर २०२४ तक चलेगा।

इस अभियान का उद्देश्य लोगों को उनके शरीर की प्रकृति (वात, पित्त, कफ) को समझने और आयुर्वेदिक उपचार के प्रति जागरूक करने का है। आयुर्वेद चिकित्सा में व्यक्तिगत प्रकृति का विशेष महत्व है, क्योंकि यह स्वास्थ्य प्रबंधन और रोगों के उपचार का आधार है।


NCISM का आदेश: प्रकृति परीक्षण में आयुर्वेद चिकित्सकों की भूमिका

National Commission for Indian System of Medicine (NCISM) ने २८ नवंबर २०२४ को आयुर्वेद चिकित्सकों हेतु एक महत्वपूर्ण आदेश जारी किया। इस आदेश के अनुसार, प्राकृतिक परीक्षण अभियान में पंजीकृत आयुर्वेद चिकित्सकों की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है।

  • २५० प्रकृति परीक्षण करने वाले चिकित्सकों को ५ क्रेडिट अंक और ५०० परीक्षण करने वाले चिकित्सकों को १० क्रेडिट अंक दिए जाएंगे।
  • ये क्रेडिट अंक राज्य बोर्ड में चिकित्सकीय पंजीकरण के नवीनीकरण हेतु अनिवार्य होंगे।

अभियान की विस्तृत जानकारी: आयुर्वेद भारती की वेबसाइट पर उपलब्ध है।


राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ (CRAV) प्रवेश परीक्षा

राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ, नई दिल्ली का एक वर्षीय CRAV पाठ्यक्रम एक प्रतिष्ठित कार्यक्रम है।

  • परीक्षा तिथि: १९ जनवरी २०२५
  • परीक्षा केंद्र: नई दिल्ली, पुणे, जयपुर, बेंगलुरु, वाराणसी, और त्रिशूर।
  • आवेदन की अंतिम तिथि: १८ दिसंबर २०२४।

पाठ्यक्रम के लिए आयुर्वेद भारती द्वारा ३०-४५ दिनों का ऑनलाइन कोचिंग प्रोग्राम आरंभ किया गया है, जिससे इच्छुक उम्मीदवार परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं।


CCRAS का 56वाँ स्थापना दिवस

१ दिसंबर २०२४ को केंद्रीय आयुर्वेदिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (CCRAS), नई दिल्ली ने अपना ५६वाँ स्थापना दिवस मनाया। यह परिषद आयुर्वेद अनुसंधान और शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है।


भारत-मलेशिया द्विपक्षीय तकनीकी बैठक

२६ नवंबर २०२४ को भारत और मलेशिया के बीच ९वीं द्विपक्षीय तकनीकी बैठक (Bilateral Technical Meeting – BTM) आयोजित हुई।

भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने किया। बैठक में आयुष मंत्रालय और Kementerian Kesihatan Malaysia के विशेषज्ञों ने पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली को मजबूत करने और उसके वैश्विक विस्तार पर चर्चा की।


आयुष मंत्रालय को रजत पदक

भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला २०२४ के ४३वें संस्करण में आयुष मंत्रालय को केंद्रीय मंत्रालयों की श्रेणी में रजत पदक से सम्मानित किया गया। यह आयुष क्षेत्र की वैश्विक मान्यता और योगदान को दर्शाता है।


WHO में ASU प्रणाली का ऐतिहासिक कदम

कुआलालंपुर, मलेशिया में आयोजित WHO बैठक के समापन समारोह में आयुष सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने ICD TM 2 को अंतिम रूप देने की सराहना की।

यह पहल ASU प्रणालियों (आयुर्वेद, सिद्ध, यूनानी) के वैश्विक एकीकरण और व्यवस्थित प्रबंधन की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।


आज का आयुर्वेद अनुसंधान ज्ञान

Management of cervical dystonia through Ayurveda – A case report

स्पास्मोडिक टॉर्टिकॉलिस, जिसे सर्वाइकल डिस्टोनिया भी कहा जाता है, एक दुर्लभ स्थिति है जिसमें सिर की अनैच्छिक हरकतें और गर्दन में दर्द होता है।

डॉ. प्रार्थना टी, Sri Sri College of Ayurvedic Sciences and Research, Bengaluru ने इस स्थिति पर एक केस रिपोर्ट प्रकाशित की।

रोगी का केस स्टडी:

  • रोग: गर्दन में जकड़न, दर्द, और कंपकंपी।
  • उपचार:
    • शोधन चिकित्सा: नस्य और बस्ती।
    • बाहरी पंचकर्म: स्थानिक लेप, पनस पत्र स्वेद, और जम्बीर पिंड स्वेद।
    • आंतरिक दवाएं: बृहत् वात चिंतामणि रस, पूर्ण चंद्रोदय रस।
  • परिणाम: TWSTRS स्कोर 66.25 से घटकर 29 हो गया।
  • निष्कर्ष: आयुर्वेदिक उपचार से सर्वाइकल डिस्टोनिया में उल्लेखनीय सुधार देखा गया।

यह अध्ययन साबित करता है कि आयुर्वेदिक चिकित्सा ऐसी स्थितियों में प्रभावी है, जहाँ आधुनिक चिकित्सा सीमित है।


आज का वनस्पति ज्ञान

अम्लिका (Tamarind)

अम्लिका, जिसे आमतौर पर इमली के नाम से जाना जाता है, एक बहुउपयोगी वनस्पति है।

  • Botanical Name: Tamarindus indica Linn
  • Family: Caesalpiniaceae
  • Sanskrit Synonyms: Sincha, Chincha, Chinchika, Amla, Tintidika आदि।
  • Chemical Constituents:
    • Bark: Hordenine
    • Seed: Polysaccharides
    • Fruit: Tamarindienol
    • Leaves: Tannins, Saponins आदि।
  • आयुर्वेदिक गुण:
    • रस (Taste): मधुर (Sweet), अम्ल (Sour)
    • गुण (Properties): गुरु (Heavy), रूक्ष (Dry)
    • वीर्य (Potency): ऊष्ण (Hot)
    • विपाक (Post-digestive effect): अम्ल (Sour)
    • दोष प्रभाव: वात-कफ शामक।

औषधीय उपयोग:

  1. प्रमेह (UTI): मूत्र रोगों में लाभकारी।
  2. शूल: पेट दर्द में उपयोगी।
  3. व्रण दोष: बाहरी घावों में सुधार।
  4. त्रिशा: प्यास को शांत करता है।

विशिष्ट योग:

  • पंचाम्ल तैल: गठिया और उदर रोग।
  • शंख वटी: गैस्ट्रिक स्थितियों और भूख में कमी।
  • रसनादी चूर्ण: सिर दर्द और साइनसाइटिस।

आज का औषध ज्ञान

अशोकारिष्ट

अशोकारिष्ट मुख्य रूप से स्त्री रोगों और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं में उपयोगी है।

  • सामग्री:
    • अशोक, धातकी, अजाजी, शुंठी, हरितकी, बिभीतक, अमलकी आदि।
  • मात्रा:
    • वयस्क: १५-३० मिलीलीटर, पानी के साथ दिन में दो बार।
  • संकेत:
    • असृग्दरा (Dysmenorrhoea)
    • योनि दर्द (Vaginal Pain)
    • ज्वर (Fever)
    • रक्तपित्त (Bleeding Disorders)
    • मंदाग्नि (Impaired Digestion)

नोट: मधुमेह और गर्भावस्था में इसका उपयोग न करें।


आज का योग ज्ञान

शशकासन (Rabbit Pose)

शशकासन, जिसे Rabbit Pose भी कहा जाता है, एक सरल लेकिन प्रभावी योगासन है।

कैसे करें:

  1. वज्रासन में बैठें और हाथों को ऊपर उठाएं।
  2. धीरे-धीरे आगे झुकें और सिर को जमीन पर रखें।
  3. कुछ देर सांस लें और वापस सामान्य स्थिति में आएं।

लाभ:

  • तनाव को कम करता है।
  • रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाता है।
  • मस्तिष्क को आराम देता है।
  • मानसिक शांति प्रदान करता है।

सावधानियाँ:

  • यदि गर्दन या पीठ में दर्द हो, तो इस आसन को न करें।

निष्कर्ष

इस हफ्ते का आयुर्वेद बुलेटिन दर्शाता है कि आयुर्वेद और योग हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए कितने महत्वपूर्ण हैं। “देश का प्रकृति परीक्षण अभियान”, आयुर्वेद अनुसंधान, और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आयुर्वेद की मान्यता इस प्राचीन पद्धति की व्यापक स्वीकार्यता का प्रमाण है।

आशा है कि आप सभी स्वस्थ और संतुलित जीवन की दिशा में प्रेरित होंगे। अगले बुलेटिन में फिर मिलते हैं।

धन्यवाद।

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